Jai Bhim means Tears of Billions of People!
आज के इस दौर में जब सत्ता के इशारों पर पत्रकारिता की जा रही हो, इस दौर में अगर कोई भी, किसी भी स्तर पर सरकार से सवाल कर रहा है या अपना विरोध दर्ज करा रहा है ,, तो यकीन मानिए ये बाबा साहब अंबेडकर के बनाये गए कानूनों पर किया जा रहा है,, उन्होंने हमें ये अधिकार दिया है के हम सत्ता के शीर्ष पर बैठे हुक्मरानों से भी आंख में आंख डालकर सवाल कर सकते हैं, आज ज्ञान के प्रतीक,आधुनिक भारत के निर्माता, महिलाओं एवं शोषित समाज के मसीहा, विश्वरत्न बाबा साहेब डॉ बी आर अम्बेडकर की 130वीं जयंती पर आपको एवं आपके परिवार को बधाई एवं शुभकामनाएं आइये हम सब मिलकर एक समतामूलक, प्रबुद्ध और वैज्ञानिक भारत निर्माण का संकल्प लें.. बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को महू में सूबेदार रामजी शकपाल एवं भीमाबाई की चौदहवीं संतान के रूप में हुआ था। उनके व्यक्तित्व में स्मरण शक्ति की प्रखरता, बुद्धिमत्ता, ईमानदारी, सच्चाई, नियमितता, दृढ़ता, प्रचंड संग्रामी स्वभाव का मणिकांचन मेल था। उनकी यही अद्वितीय प्रतिभा अनुकरणीय है। वे एक मनीषी, योद्धा, नायक, विद्वान, दार्शनिक, वैज्ञानिक, समाजसेवी एवं धैर्यवान व्यक्त...